हम ना बोले फिर भी वह सुन लेता है , इसीलिए उसका नाम परमात्मा है , वह ना बोले फिर भी हमे सुनाई दे उसी का नाम श्रद्धा है |
इस दुनिया की कोई भी चीज कितनी ही कीमती क्यों ना हो, पर परमात्मा ने जो हमे नींद शांति और आनंद दिया है, और इन से भी ज्यादा जो जीवन दिया है उससे कीमती चीज कोई भी नहीं है। Bk Shivani
इंसान मायूस इसलिए होता है, क्योंकि वह परमात्मा को राज़ी करने की बज़ाए लोगो को राज़ी करने में लगा रहता है, वह भूल जाता है की रब राज़ी तो सब राज़ी | Bk Shivani
कौन कहता है परमात्मा नज़र नहीं आता , एक वो ही नज़र आता है ,जब कोई नज़र नहीं आता | Bk Shivani
अगर परमात्मा सबका भाग्य लिखते तो दुनिया कैसी होती ? परमात्मा भाग्य विधाता है , भाग्य लिखने का विधान सिखाते है | परमात्मा हमे सही कर्म करने का ज्ञान और शक्ति देते है | हमारा कर्म हमारा भाग्य लिखता है | Bk Shivani
परमात्मा व्यक्ति नहीं है उसका, साक्षात्कार नहीं हो सकता, परमात्मा शक्ति है लेकिन शक्ति, भी पढार्थगत नहीं है आत्म गत है, इसलिए उसका पहला अनुभव, स्वयं में प्रवेश पर ही होता है। OSHO
हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा, और परमात्मा उसमे बसेंगे.